वह एक स्कूल लड़की है।कुछ लड़कों का अपहरण और बलात्कार के लिए मजबूर है।हम इस बलात्कार वीडियो एकत्र। Watch this Video
Thursday, December 31, 2015
Wednesday, December 30, 2015
Tuesday, December 29, 2015
एक ऐसी परम्परा जहाँ छोटी सी बच्ची की जबरन खतना किया जाता है,पढ़कर रूह कांप जायेगा
एक साल की दुधमुंही बच्ची के हाथ-पैर कुछ अौरतें पकड़तीं हैं और एक अौरत चाकू या ब्लेड से उसकी भगनासा ((क्लाइटोरल हुड) काट देती है.खून से लथपथ बच्ची महीनों तक दर्द से तड़फती रहती है.यदि वो भाग्यशाली होती और पैसे वाले घर की होती तो यही काम डॉक्टर एनेस्थीसिया देकर करता.एक साल से लेकर चार से पांच साल तक की बच्चियों की योनी की पूरी भगनासा (क्लाइटोरल हुड ) को काट के फेंक दिया जाता है या फिर भगनासा और उसके आसपास के भगोष्ठ को बुरी तरह से छील दिया जाता है.कई बार इस से बच्चियों की मौत भी हो जाती है.स्त्रियों के खतना का यह बेहद क्रूर,दर्दनाक और अमानवीय बहुत प्राचीन रिवाज अफ्रिका महाद्वीप के मिस्र, केन्या, यूगांडा,इरीट्रिया जैसे बीसों देशों में यह परम्परा सदियों से चली आ रही है| Download this Video
अफ्रीकी महिलाओं में एक कहावत मशहूर है कि लड़की को जिंदगी में तीन मौकों पर भीषण तकलीफ से गुजरना पड़ता है. पहला, जब वो लड़की छोटी होती है और उसका खतना किया जाता है, दूसरा, शादी के बाद सुहागरात और तीसरा मौका जब वो संतान को जन्म देती है. यहां ध्यान रखें कि हम उन महिलाओं की बात कर रहे हैं, खतना के बाद जिनकी योनि का प्रवेशद्वार सिलकर बंद कर दिया जाता है. बस एक छोटा सा रास्ता खुला रखा जाता है, जिससे मूत्रत्याग और मासिक धर्म का स्त्राव रिस कर बाहर आ सके| Download Video

लड़कियों का खतना करने के पीछे एक संकीर्ण पुरुषवादी मानसिकता जिम्मेदार है कि वो लड़की युवा होने पर अपने प्रेमी के साथ यौन संबंध न बना सके. पहला बच्चा होने के बाद पति अपनी पत्नी को अपनी योनि फिर से सिलवाकर बंद करने के लिए बाध्य करता है, ताकि उसकी पत्नी किसी अन्य पुरुष के साथ संसर्ग न कर सके|.See Video
अफ्रीका में युवा लड़कियों की शादी तभी होती है,अगर उन्होंने बचपन में खतना करवाया होता है,क्योंकि वहांपर लड़कियों का खतना ही उनके कुंआरे और पवित्र होने का प्रमाण माना जाता है.अफ्रीका के कई हिस्सों में लड़कियों का खतना केवल भगनासा काटने या छिलने तक ही सिमित नहीं है,वो तो मानव क्रूरता के चरमोत्कर्ष की एक घृणित मिसाल है.वहां पर छोटी लड़कियों का खतना एक सार्वजनिक समारोह जैसा होता है,जिसमें दर्द से छटपटाती और चीखती लड़की को भीड़ चारों ओर से घेरे रहती है और खतना करने वाली महिला या मर्द किसी टूटे शीशे के टुकड़े, चाकू या फिर रेजर के इस्तेमाल हो चुके ब्लेड से लड़की की योनिद्वार को कवर करने वाले अंगों क्लिटोरिस को काटकर अलग कर देता है और इसके बाद खून के रिसाव के बीच योनिद्वार के दोनों हिस्सों को आपस में सिल देता है.लड़कियों का खतना करने के पीछे एक संकीर्ण पुरुषवादी मानसिकता जिम्मेदार है कि वो लड़की युवा होने पर अपने प्रेमी के साथ यौन संबंध न बना सके.पहला बच्चा होने के बाद पति को कुछ दिनों के लिए यदि कहीं दूर जाना है तो वो अपनी पत्नी को अपनी योनि फिर से सिलवाकर बंद करने के लिए बाध्य करता है,ताकि उसकी पत्नी किसी अन्य पुरुष के साथ संसर्ग न कर सके| -
उत्तरी मिस्र को अपनी उत्पत्ति का मूल स्रोत मानने वाले एक समुदाय विशेष के लोग महिला खतना को अपनी परम्परा और पहचान मानते हैं.ये समुदाय इस्मायली शिया समुदाय का एक उप समुदाय है,जो सारी दुनिया के साथ साथ पश्चिमी भारत और पाकिस्तान में भी बड़ी संख्या में रहते हैं,यही वजह है कि.पश्चिमी भारत और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में स्त्रियों का खतना करने का रिवाज आज भी जारी है.मुस्लिमों के प्रामाणिक इस्लामिक धर्मग्रंथों में स्त्री खतना का जिक्र नहीं है.वहांपर पुरुष खतना और उसके गुणों की विस्तार से चर्चा की गई है.खतना या सुन्नत यहूदियों और मुसलमानों में एक अनिवार्य धार्मिक संस्कार होता है.इस विशेष धार्मिक अनुष्ठान के अंतर्गत लड़का पैदा होने के कुछ दिनों के बाद से लेकर चार पांच साल तक के भीतर उनके लिंग के आगे की चारो ओर की चमड़ी निकाल दी जाती है.इस दर्दनाक परन्तु अनिवार्य प्रकिया के दौरान बच्चें के लिंग से काफी खून भी गिरता है और आंसुओं की झड़ी भी कई रोज तक जारी रहती है.आमिर घरानों के बहुत से सम्पन्न लोग यही कार्य डॉक्टरों से पूरा कराते हैं| डॉक्टर ये धार्मिक संस्कार बच्चे को एनेस्थीसिया देकर पूरा करते हैं,जिसमे तकलीफ कम होती है.मुस्लिम धर्म में पुरुषों का खतना स्वास्थ्य के लिए बहुत हितकर माना गया है.यह कई रोंगो से बचाव के साथ साथ पुरुषों की सेक्स पावर क्षमता को भी बढ़ाता है.यही वजह है कि पूरी दुनियाभर में बहुत से गैर-मुस्लिम भी अपना खतना करवाते हैं.अफ्रिकी देशों सहित कुछ देशों के मुस्लिम स्त्री का खतना करने की प्रथा को अपनाये हुए हैं.उनमे यह अमानवीय प्रथा यहूदियों, अफ्रिकी काबाइलियों और आदिवासियों से आई है.स्त्री खतना के संबंध में इस्लामिक धर्म-ग्रंथों में कोई विवरण नहीं मिलता है.लेकिन इंटरनेट पर बहुत अध्ययन के बाद ये जानकारी मिलती है कि सहीह मुस्लिम किताब ३ हदीस ६८४ और किताब ४१ हदीस ३२५१ में बहुत विस्तार से इसका जिक्र किया गया है.उसमे कहा गया है कि “यदि कोई खतना वाले पुरुष का अंग (लिंग ) किसी बिना खतना वाली स्त्री के अंग (योनी ) में प्रवेश करता है ,तो उस पुरुष को गुस्ल (स्नान ) करना जरुरी है.” इसीलिए कुछ देशों में मुसलमान बार बार नहाने से बचने के लिए लड़कियों का खतना करा देते है.सहीह मुस्लिम किताब ४१ हदीस ३२५१ से यह ज्ञात होता है कि मुहम्मद साहब के समय में मदीना में स्त्रियों का खतना होता था| आज भी ये प्रथा बहुत से देशों में जारी है.इस प्रथा के अंतर्गत स्त्री जननांगों के ऊपरी भाग भगनासा को पूर्ण या आंशिक रूप से हटा दिया जाता है.स्त्री देह में भगनासा एक घुंडी जैसी होती है,जिसे पुरुष जननांग का का छोटा रूप कहा जा सकता है.कुदरत ने इसे बहुत सोच समझकर बनाया है.इसे काट के हटा देना या छीलकर इसके संवेदनशीलता को कम कर देना कुदरत ओर ईश्वर दोनों की ही दृष्टि में अक्षम्य अपराध है.इसके कारण सहवास के दौरान स्त्री को उत्तेजना,आनंद ओर चरमसुख मिलता है.ये स्त्री की मासिक धर्म और प्रसव पीड़ा को कम करता है. इससे छेड़छाड़ करना महिलाओं के साथ बहुत बड़ा अन्याय और अत्याचार है.दुनिया के कई देशों में धार्मिक अनुष्ठान या धार्मिक क्रिया-कर्म के नाम पर मासूम बच्चियों पर आज भी ये अत्याचार जारी है.मासूम बच्चियां कई महीने तक दर्द से छटपटाती रहती हैं.लड़कियों का खतना होने के बाद उनके जननांगों में संक्रमण होने से बहुत से बच्चियों की मौत तक हो जाती है.खतना हुई लड़कियों की जब शादी होती है तो अपने पति से सम्बन्ध बनाने में और बच्चे पैदा करने में उन्हें भयानक कष्ट झेलना पड़ता है.ऐसी लड़कियों के पति उनपर ठण्डी औरत (सेक्स में रूचि न लेने वाली) होने का आरोप भी लगाते हैं| कुछ देशों में स्त्री खतना पर शोध करने वाले विद्वानों ने पाया कि बच्ची और माँ के न चाहने पर भी घर की बूढी ओरतें जैसी नानी और दादी अपना रौब दिखाकर या लड़की के बिगड़ जाने का भय दिखाकर जबरदस्ती खतना करवा देती है.लड़कियों का खतना करने के पीछे उनकी परम्परा से चली आ रही मूल मानसिकता यही है कि खतना होने से लड़की सेक्स के मामले में संवेदनहीन हो जाएगी और विवाह से पूर्व किसी भी पुरुष से सेक्स सम्बन्ध बनाने में दिलचस्पी नहीं लेगी.मेरे विचार से ये क्रूर परम्परा अफ्रिकी समाज एवं पेगन धर्म के हीन भावना से ग्रस्त पुरुषवादी समाज ने स्त्रियों को एक भोग की वस्तु बनाने के लिए और कामक्रिया में स्त्री रूपी अपराजिता को पराजित करने के लिए शुरू की होगी.खतने का दुष्परिणाम ये निकलता है कि शादी के बाद पति से भी सेक्स संबंध बनाने में लड़की की रूचि कम हो जाती है,क्योंकि सहवास के दौरान उसे बहुत कष्ट होता है और उसे इस प्रक्रिया में कोई आनंद भी नहीं मिलता है| इस प्रथा को मानने वालों का यह भी कुतर्क है कि खतना हो जाने से स्त्री के जननांग ज्यादा साफ-सुथरे रहते हैं.हालाँकि वास्तविक रूप में ये बात बिलकुल गलत है.हर स्त्री अपने जननांगों को अच्छी तरह से सफाई हर रोज स्ययं करती है.कितने दुःख की बात है कि आज भी इस दुनिया के बहुत से लोग अपनी क्रूर और अमानवीय परम्पराओं के साथ प्राचीन युग में ही जी रहे हैं.आज दुनिया की अधिकतर आबादी एक विकासशील और नए युग में प्रवेश कर चुकी है,जहाँ पर महिलाऐं सदियों बाद स्वतंत्रता की खुली हवा में साँस ले रही हैं.अत: महिला खतना जैसी जंगली और क्रूर प्रथा तत्काल बंद होनी चाहिए.विश्व के जिन देशों में ये अमानवीय और आदिवासी प्रथा आज भी जारी है,उसे बंद कराने के लिए वहां की सरकार और सामाजिक संस्थायें आगे आयें और लोंगो को इस आदिम और निंदनीय प्रथा को त्यागने के लिए जागरूक करें.दुनियां के जिन हिस्सों में भी ये अमानवीय प्रथा आज भी जारी है,वो वर्तमान समय के हमारे प्रगतिशील और आधुनिक समाज के लिए एक बहुत बड़ा कलंक हैं.!! जयहिन्द !! !! वन्देमातरम !!
Sunday, December 20, 2015
Wednesday, December 16, 2015
आप के बारे में सीखना चाहिए।महिला के लिए पर्याप्त क्या आकार लिंग?
मेरा सवाल यह है
कि जब मेरा लिंग (penis) इरेक्ट होता है तब वह 5 इंच का ही सिर्फ होता
है। कृपया लिंग को बड़ा करने का उपाय बतायें क्योंकि मैं जल्द ही शादी करने वाला
हूँ।
पहले तो आपको यह बता देना
ज़रूरी है कि आपके लिंग का साइज बिल्कुल ठीक है और इसके लिए आपको वैवाहिक जीवन में
कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय पुरूषों के
लिंग का साइज 5 से 6 इंच का होता है। अच्छी तरह से सेक्स लाइफ का आनंद उठाने के
लिए दिल के एहसास की ज़रूरत होती है लिंग के साइज की नहींइस वीडियो को देखें...........................................
अब जानकारी के
तौर पर आपको यह बताना ज़रूरी है कि लिंग के साइज को बढ़ाने का कोई भी तरीका
सुरक्षित नहीं होता है। बाजार में बहुत तरह से जेल, क्रिम, और दवाईयाँ मिलती हैं जो सिर्फ नाम की ही होती है। यहाँ तक कि व्यायाम भी इस
मामले में कोई प्रभावकारी काम नहीं कर पाता है। इस क्षेत्र में पीनिस
इन्लार्ज्मन्ट सर्जरी ( penis
enlargement surgery) कुछ हद तक काम
करता है। लेकिन यह इरेक्ट अवस्था में लिंग के साइज़ को बढ़ाने में मदद नहीं करता
है। किसी-किसी को सर्जरी के बाद इरेक्शन में असुविधा होती है। एक ही चीज आपके इस
समस्या का समाधान कर सकता है, वह है सेक्स एजुकेशन। इसके द्वारा आपको सेक्स
ऑर्गन के बारे में सही जानकारी भी मिलेगी और सेक्स करने का सही तरीके का भी पता
चलेगा।।
Tuesday, December 15, 2015
आप के बारे में सीखना चाहिए।महिला के लिए पर्याप्त क्या आकार लिंग?
मेरा सवाल यह है
कि जब मेरा लिंग (penis) इरेक्ट होता है तब वह 5 इंच का ही सिर्फ होता
है। कृपया लिंग को बड़ा करने का उपाय बतायें क्योंकि मैं जल्द ही शादी करने वाला
हूँ।
पहले तो आपको यह बता देना
ज़रूरी है कि आपके लिंग का साइज बिल्कुल ठीक है और इसके लिए आपको वैवाहिक जीवन में
कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय पुरूषों के
लिंग का साइज 5 से 6 इंच का होता है। अच्छी तरह से सेक्स लाइफ का आनंद उठाने के
लिए दिल के एहसास की ज़रूरत होती है लिंग के साइज की नहींइस वीडियो को देखें...........................................
अब जानकारी के
तौर पर आपको यह बताना ज़रूरी है कि लिंग के साइज को बढ़ाने का कोई भी तरीका
सुरक्षित नहीं होता है। बाजार में बहुत तरह से जेल, क्रिम, और दवाईयाँ मिलती हैं जो सिर्फ नाम की ही होती है। यहाँ तक कि व्यायाम भी इस
मामले में कोई प्रभावकारी काम नहीं कर पाता है। इस क्षेत्र में पीनिस
इन्लार्ज्मन्ट सर्जरी ( penis
enlargement surgery) कुछ हद तक काम
करता है। लेकिन यह इरेक्ट अवस्था में लिंग के साइज़ को बढ़ाने में मदद नहीं करता
है। किसी-किसी को सर्जरी के बाद इरेक्शन में असुविधा होती है। एक ही चीज आपके इस
समस्या का समाधान कर सकता है, वह है सेक्स एजुकेशन। इसके द्वारा आपको सेक्स
ऑर्गन के बारे में सही जानकारी भी मिलेगी और सेक्स करने का सही तरीके का भी पता
चलेगा।।
आप के बारे में सीखना चाहिए।महिला के लिए पर्याप्त क्या आकार लिंग?
मेरा सवाल यह है
कि जब मेरा लिंग (penis) इरेक्ट होता है तब वह 5 इंच का ही सिर्फ होता
है। कृपया लिंग को बड़ा करने का उपाय बतायें क्योंकि मैं जल्द ही शादी करने वाला
हूँ।
पहले तो आपको यह बता देना
ज़रूरी है कि आपके लिंग का साइज बिल्कुल ठीक है और इसके लिए आपको वैवाहिक जीवन में
कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय पुरूषों के
लिंग का साइज 5 से 6 इंच का होता है। अच्छी तरह से सेक्स लाइफ का आनंद उठाने के
लिए दिल के एहसास की ज़रूरत होती है लिंग के साइज की नहींइस वीडियो को देखें...........................................
अब जानकारी के
तौर पर आपको यह बताना ज़रूरी है कि लिंग के साइज को बढ़ाने का कोई भी तरीका
सुरक्षित नहीं होता है। बाजार में बहुत तरह से जेल, क्रिम, और दवाईयाँ मिलती हैं जो सिर्फ नाम की ही होती है। यहाँ तक कि व्यायाम भी इस
मामले में कोई प्रभावकारी काम नहीं कर पाता है। इस क्षेत्र में पीनिस
इन्लार्ज्मन्ट सर्जरी ( penis
enlargement surgery) कुछ हद तक काम
करता है। लेकिन यह इरेक्ट अवस्था में लिंग के साइज़ को बढ़ाने में मदद नहीं करता
है। किसी-किसी को सर्जरी के बाद इरेक्शन में असुविधा होती है। एक ही चीज आपके इस
समस्या का समाधान कर सकता है, वह है सेक्स एजुकेशन। इसके द्वारा आपको सेक्स
ऑर्गन के बारे में सही जानकारी भी मिलेगी और सेक्स करने का सही तरीके का भी पता
चलेगा।।
Thursday, December 10, 2015
लिंग का आकार बढ़ाने वाले व्यायाम
कोई भी लिंग
वृद्धि कसरत करने के के पहिले एक टावेल गरम पानी मे भिगोएँ फिर निचोड कर
पानी निकाल दें इस टावेल को
लिंग पर लपेटें } इस प्रक्रिया से लिंग मे रक्त संचार मे वृद्धि
होती है
**लिंगमुंड को
मजबूती से पकड़ें लेकिन इतना
ज्यादा भी नहीं कि दर्द महसूस होने लगे
या रक्त संचार ही रुक जाए|अब इसे अपने सामने की तरफ खींचें ,खींचते वक्त पर्याप्त
दवाब डालें |इस अवस्था मे 10 से 30 सेकंड रखें फिर छोड़ दें | कुछ समय विश्राम करने के बाद पुन: यह प्रक्रिया करें|
आपको यह रोजाना 5-10 मिनिट करना है| यह
लिंग-कसरत ऊपर पेट की ओर नीचे
जंघाओं के बीच तथा दायें ओर
बाएँ तरफ
करना है| समय 5 से 10 मिनिट |
...............................................................
लिंग को लंबा व
मोटा बनाने के लिए दुनिया भर मे प्रयुक्त
की जाने वाली जेलकिंग एक्सर साईज़ का वर्णन
नीचे किया जाता है-..............................
जेलकिंग
प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व लिंग को वार्म अप करना जरूरी होता है | वैसे तो वार्म अप
के और भी तरीके हैं लेकिन जो मैं बता रहा
हूँ ,सबसे सरल और सुविधा जनक
है| एक छोटे टावेल को गरम पानी मे डुबाकर
निकालें और निचोड़ कर पानी निकाल
दें | इस गरम टावेल से लिंग को भली भांति लपेटें \ समय पाँच मिनिट| यह वार्म अप प्रक्रिया हुई| ध्यान रहे अंडकोश पर गर्मी ना लगे | अब तुरंत ही जेलकिंग कसरत शुरू करना है| यह कसरत जैसे गाय या
भेंस का दूध दुहते हैं ,उससे मिलती जुलती
है| लिंग 50 से 75 प्रतिशत तक तनाव युक्त रखना है |
इससे
अधिक तनाव होने पर डिस्चार्ज की संभावना
बन जाती है| लिंग पर वेसलिन
या खोपरे का तेल लगालें | अब अंगूठे
और पॉइंटर उंगली
जोड़कर ओके का चिन्ह का ग्रिप बनाएँ | यह ग्रिप लिंग के
मूल पर प्रयुक्त करें और दवाब लगाते हुए
आगे फिसलाते जाएँ | लिंग की सुपारी से
आधा इंच पहिले ग्रिप ढीली कर दें | जब यह प्रक्रिया
आप दाहिने हाथ से कर रहें है तो
इसके पीछे बाएँ हाथ से ग्रिप लगाकर दवाब के साथ आगे फिसलाते जाएँ |
फिर दायें हाथ से फिर बाएँ हाथ से लगातार जारी रखें
| ग्रिप मजबूत होना जरूरी है ताकि लिंग के चेम्बर मे ज्यादा
खून भरता रहे | लेकिन
पकड़ इतनी भी शक्तिशाली ना हो कि
तकलीफ महसूस होने लगे| | एक बार मे 100 जेल्क करें| बाद मे संख्या
बढ़ाते जाएँ 200 तक ले जाएँ|
अगर ज्यादा उत्तेजना से
वीर्य छुटने जैसा मालूम पड़े तो प्रक्रिया
रोक कर कुछ समय विश्राम करें| हफ्ते मे 5
दिन
करें| इस
लिंगवर्धक उपाय से
साईज़ 1 से 3 ईंच तक बढ़ जाती है| लिंग पुष्ट
और ज्यादा आक्रामक बनता है|अच्छे परिणाम
6 माह से एक साल मे
दिखाई देंगे|
लिंग का आकार बढ़ाने वाले व्यायाम
कोई भी लिंग
वृद्धि कसरत करने के के पहिले एक टावेल गरम पानी मे भिगोएँ फिर निचोड कर
पानी निकाल दें इस टावेल को
लिंग पर लपेटें } इस प्रक्रिया से लिंग मे रक्त संचार मे वृद्धि
होती है
**लिंगमुंड को
मजबूती से पकड़ें लेकिन इतना
ज्यादा भी नहीं कि दर्द महसूस होने लगे
या रक्त संचार ही रुक जाए|अब इसे अपने सामने की तरफ खींचें ,खींचते वक्त पर्याप्त
दवाब डालें |इस अवस्था मे 10 से 30 सेकंड रखें फिर छोड़ दें | कुछ समय विश्राम करने के बाद पुन: यह प्रक्रिया करें|
आपको यह रोजाना 5-10 मिनिट करना है| यह
लिंग-कसरत ऊपर पेट की ओर नीचे
जंघाओं के बीच तथा दायें ओर
बाएँ तरफ
करना है| समय 5 से 10 मिनिट |
...............................................................
लिंग को लंबा व
मोटा बनाने के लिए दुनिया भर मे प्रयुक्त
की जाने वाली जेलकिंग एक्सर साईज़ का वर्णन
नीचे किया जाता है-..............................
जेलकिंग
प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व लिंग को वार्म अप करना जरूरी होता है | वैसे तो वार्म अप
के और भी तरीके हैं लेकिन जो मैं बता रहा
हूँ ,सबसे सरल और सुविधा जनक
है| एक छोटे टावेल को गरम पानी मे डुबाकर
निकालें और निचोड़ कर पानी निकाल
दें | इस गरम टावेल से लिंग को भली भांति लपेटें \ समय पाँच मिनिट| यह वार्म अप प्रक्रिया हुई| ध्यान रहे अंडकोश पर गर्मी ना लगे | अब तुरंत ही जेलकिंग कसरत शुरू करना है| यह कसरत जैसे गाय या
भेंस का दूध दुहते हैं ,उससे मिलती जुलती
है| लिंग 50 से 75 प्रतिशत तक तनाव युक्त रखना है |
इससे
अधिक तनाव होने पर डिस्चार्ज की संभावना
बन जाती है| लिंग पर वेसलिन
या खोपरे का तेल लगालें | अब अंगूठे
और पॉइंटर उंगली
जोड़कर ओके का चिन्ह का ग्रिप बनाएँ | यह ग्रिप लिंग के
मूल पर प्रयुक्त करें और दवाब लगाते हुए
आगे फिसलाते जाएँ | लिंग की सुपारी से
आधा इंच पहिले ग्रिप ढीली कर दें | जब यह प्रक्रिया
आप दाहिने हाथ से कर रहें है तो
इसके पीछे बाएँ हाथ से ग्रिप लगाकर दवाब के साथ आगे फिसलाते जाएँ |
फिर दायें हाथ से फिर बाएँ हाथ से लगातार जारी रखें
| ग्रिप मजबूत होना जरूरी है ताकि लिंग के चेम्बर मे ज्यादा
खून भरता रहे | लेकिन
पकड़ इतनी भी शक्तिशाली ना हो कि
तकलीफ महसूस होने लगे| | एक बार मे 100 जेल्क करें| बाद मे संख्या
बढ़ाते जाएँ 200 तक ले जाएँ|
अगर ज्यादा उत्तेजना से
वीर्य छुटने जैसा मालूम पड़े तो प्रक्रिया
रोक कर कुछ समय विश्राम करें| हफ्ते मे 5
दिन
करें| इस
लिंगवर्धक उपाय से
साईज़ 1 से 3 ईंच तक बढ़ जाती है| लिंग पुष्ट
और ज्यादा आक्रामक बनता है|अच्छे परिणाम
6 माह से एक साल मे
दिखाई देंगे|
Tuesday, December 8, 2015
कैसे समय में सेक्स गलती से बचने के लिए?
किसी ने ठीक ही कहा है कि जल्दी का काम शैतान का होता है। सेक्स एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे जितना खूबसूरती के साथ धीरे-धीरे एहसास करोगे वो आपके लिए उतना ही आनन्ददायक बन जाएगा। ऐसे समय में कई बार जल्दबाजी करना गलत साबित हो जाता है और ये जल्दबाजी आपके साथी और आपके लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं। जल्दबाजी से आपक ो या आपके साथी को संक्रमण या फिर शारीरिक या मानसिक तकलीफ से भी गुजरना पड सकता है। सेक्स से पहले जरूरी है आपका मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना। आइए जानते हैं कि सेक्स के दौरान ऐसी क्या सावधानियां रखें जिनसे गलतियां होने की संभावना न रहे और इसे और ज्यादा रोचक बनाया जा सके। वीडियो देखें ......
सेक्स के दौरान
आपका पूरा ध्यान
अपने साथी पर
होना चाहिए। उस
समय आपको सिर्फ
अपने साथी पर
फोकस करना चाहिए,
इसके लिए आपको
आस-पास की
पूरी दुनिया को
भूलाकर अपने साथी
को अपनी नजदीकी
का एहसास कराना
चाहिए।
सेक्स के तुरंत
बाद सोना नहीं
चाहिए और न
ही अपने साथी
से दूर होकर
बैठना चाहिए बल्कि
अगर आप उस
समय अपने साथी
से बात करेंगें
तो उसे ज्यादा
अच्छा महसूस होगा।
सेक्स के बाद
यदि आप डिना
करना चाहते हैं
तो अपने साथी
को अपने हाथों
से खाना खिलाएं
और यदि आप
सोने के मूड
में हैं तो
अपने साथी को
एक अच्छी सी
मसाज ऑफर करें
उसे बहुत अच्छा
लगेगा।
जरूरी नहीं सेक्स
हमेशा बेड पर
ही किया जाए
आप सेक्स के
दौरान स्नान भी
कर सकते हैं
इससे आपको सेक्स
के दौरान
एक फ्रेशनेस महसूस
होगी और बाद
में आप एक
अच्छी नींद ले
सकेंगें।वीडियो देखें ........
सेक्स के दौरान
कभी अपे साथी
से जबरन नजदीकी
बनाने की कोशिश
न करें इससे
सेक्स समस्याएं भी
हो सकती हैं
बल्कि उसे सेक्स
के लिए राजी
करने की कोशिश
करें और ये
भी ध्यान रखें
कि आपका साथी
मानसिक रूप से
किसी प्रकार के
तनाव में न
हो जिससे दोनों
साथी सेक्स को
पूरी तरह से
एन्जॉय कर सकें।
सेक्स के दौरान जरूरी है कि आप इधर-उधर की बातें करने के बजाय रोमांस और प्यार की बातें करें। संभव हो तो मंदिम लाइट में हल्का संगीत भी चला सकते है जिससे सेक्स के दौरान दोनो साथी एक-दूसरे को अपने करीब पा सकें
सेक्स के दौरान
आपको अपना उत्साह
भी दिखाना चाहिए।
आपके साथी को
ये नहीं लगना
चाहिए कि आप
सिर्फ अपने साथी
को खुश करने
के लिए उसके
साथ है।वीडियो देखें .........
पुरुष सेक्स को लेकर
ज्यादा उत्साहित होते हैं
और इसी वजह
से वह सेक्स
को अलग-अलग
तरीकों से करना
चाहते हैं लेकिन
आमतौर पर महिलाएं
सेक्स के प्रति
ज्यादा रुचि नहीं
दिखाती हैं। सेक्स
के दौरान महिलाओं
को ऐसा नहीं
करना चाहिए उन्हें
भी अपने साथी
को सेक्स में
पूरा सहयोग करना
चाहिए।
महिलाओं को इस
बात का खास
ध्यान रखना चाहिए
कि वे सेक्स
के दौरान अपने
साथी को अकेलापन
महसूस न होने
दें क्योंकि इसी
में दोनों साथियों
की सेक्स समस्या
का समाधान छुपा
है।
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